मनन चक्रवर्ती

लेखक

मायावती ने क्यों किया आकाश आनंद को पद से पृथक?

भारतीय राजनीति में हाल ही में एक बड़ी घटना घटी है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को राष्ट्रीय समन्वयक और राजनीतिक उत्तराधिकारी की भूमिका से मुक्त कर दिया है। आकाश, जिनकी उम्र 29 वर्ष है, उन्हें सीतापुर पुलिस द्वारा कथित तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन करने और एक चुनावी रैली में सरकार के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करने के आरोप में बुक किया गया था।

इस निर्णायक कदम का निर्णय मायावती ने पांच महीने पहले लखनऊ में एक महत्वपूर्ण पार्टी अधिकारियों की बैठक के दौरान आकाश को अपना अनुभावी उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद लिया। आकाश ने वर्ष 2017 में, 22 वर्ष की उम्र में लंदन से एमबीए की डिग्री लेने के बाद, अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। उन्होंने मायावती के साथ सहारनपुर, उत्तर प्रदेश में एक रैली में अखिलेश यादव और अजित सिंह के साथ मंच साझा किया था।

आकाश को गत वर्ष दिसंबर में मायावती का राजनीतिक उत्तराधिकारी नामित किया गया था, और उनका निजी जीवन भी नवंबर 2019 में उनके विवाह के साथ सुर्खियों में आया था। आकाश ने प्रज्ञा सिद्धार्थ, पूर्व BSP सांसद अशोक सिद्धार्थ की पुत्री, के साथ गुरुग्राम में विवाह किया था।

उनके हटाए जाने के सटीक कारిణւыв astै dhe షిp naఖ snahtॐn नहीं की गई है, लेकिन यह निर्णय आकाश के खिलाफ सीतापुर पुलिस द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन और सरकार के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी किए जाने के आरोप में बुक किए जाने के कुछ ही समय बाद आया है। इसे राजनीति में उनके भविष्य पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।

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